यह मंदिर कटरा क्षेत्र से लगभग 12 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। इस मंदिर की धरातल से ऊंचाई 5200 फीट है। वैष्णो देवी का मंदिर, जो प्रमुख तीर्थ स्थानों में से एक माना जाता है।
वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन करने की इच्छा लाखों लोग रखते हैं। लेकिन उनमें से अधिकतर लोग किसी न किसी वजह से वैष्णो देवी मंदिर नहीं जा पाते हैं।
वैष्णो देवी मंदिर घूमने का प्लान बनाने वाले लोगों के लिए यह आर्टिकल उपयोगी साबित होगा। इस आर्टिकल में हम आपको वैष्णो देवी मंदिर यात्रा के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन, खर्चा और जाने का समय | Vaishno Devi Kaise Jaye
लाखों की संख्या में प्रतिवर्ष पर्यटक वैष्णो देवी मंदिर घूमने के लिए जाते हैं। वैष्णो देवी यात्रा की शुरुआत कटरा से होती है। कटरा इलाके से 12 किलोमीटर दूरी पर स्थित वैष्णो देवी मंदिर जिसकी चढ़ाई में लगभग 24 घंटे लगते हैं।
कटरा से इस यात्रा की शुरुआत होती है। कटरा से मंदिर तक पहुंचने में कई चेकपोस्ट पार करने होते हैं। यात्रा की शुरुआत एक मुफ्त पर्ची से होती है। उसके पश्चात आपको 6 घंटे की यात्रा के दौरान प्रथम चेकप्वाइंट पर एंट्री करनी होती है। यह प्रथम चेकप्वाइंट बाणगंगा में स्थित है।
देश भर का सबसे लोकप्रिय धाम वैष्णो देवी मंदिर जिसकी शुरुआत कटरा से होती है। अधिकतर लोग कटरा में विश्राम करने के पश्चात इस यात्रा की शुरुआत करते हैं। कटरा से एकदम खड़ी चढ़ाई है।
उसके पश्चात माता के दर्शन करने का सौभाग्य मिलता है। कटरा से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर भैरव का मंदिर स्थित है। यहां अधिकतर लोग पैदल यात्रा करना पसंद करते हैं।
लेकिन वर्तमान समय में यहां पर घोड़े से यात्रा पालकी की यात्रा और हेलीकॉप्टर से यात्रा भी कर सकते हैं। हेलीकॉप्टर की यात्रा करने के लिए आपको हेलीकॉप्टर पहले बुक करना होता है वैष्णो देवी मंदिर में घोड़े के माध्यम से यात्रा करने का किराया ₹900 निर्धारित किया गया है। हेलीकॉप्टर का किराया 1730 रुपए है। पालकी से ज्यादा करने का खर्चा ₹2500 आता है।
वैष्णो देवी मंदिर के बारे में कुछ रोचक तथ्य
वैष्णो देवी मंदिर में यात्रा करने का सपना हर व्यक्ति का होता है। लेकिन अधिकतर लोगों को वेष्णो देवी मंदिर में कुछ तथ्यों के बारे में जानकारी नहीं है। हम आपको नीचे वैष्णो देवी मंदिर की बारे में कुछ रोचक तथ्य की जानकारी देने वाले हैंः
वैष्णो देवी मंदिर जो देश का सबसे शक्तिशाली शक्तिपीठ मैसेज एक माना जाता है और ऐसा माना जाता है, जब माता रानी बुलवा भेजती है, तब यहां आते हैं। कहने का मतलब है की माता रानी की आज्ञा पर ही भक्तों को वैष्णो देवी मंदिर जाता का सुझाव दिमाग में आता है।
वैष्णो देवी मंदिर में 98 फीट लंबी गुफा है, जहां एक बड़ा चबूतरा बना हुआ है। इस गुफा के अंदर जाने और बाहर निकले के रास्ते बनाए गए हैं। इस गुफा को पवित्र गुफा के नाम से पहचाना जाता है। यह गुफा जिसके पास बना चबूतरा, जहां मां वैष्णवी विराजमान हुआ करते थे। इसीलिए इस चबूतरे को मां वैष्णवी का आसन कहा जाता है।
ऐसा बनाया जाता है कि इस गुफा के अंदर भैरव का शरीर है। राक्षस भैरव का वध मां वैष्णवी ने अपने त्रिशूल से किया था। जब माता वैष्णवी ने भैरव का वर्ग किया था। तब भैरव का सर धड़ से अलग होकर भैरव घाटी में गिर गया और शरीर उसी गुफा में रह गया जो आज भी मौजूद है ऐसा बताया जाता है।
वैष्णो देवी मंदिर में बनी गुफा जहां पर देवी दुर्गा ने 9 महीने बीताये थे। इसलिए इस गुफा को आज के समय में गर्भ जून के नाम से पहचाना जाता है।
इस मंदिर में वैष्णो देवी की तीन पीढ़ियों को स्थापित किया गया है। लेकिन आज भी इस मंदिर में एक ही नाम से मां वैष्णो देवी की पूजा होती है।
वैष्णो देवी मंदिर में बनी इस गुफा से भारत की पवित्र नदी गंगा का जल प्रवाहित होता है और जब इस गुफा से होता हुआ मंदिर तक पहुंचता है। तब व्यक्ति बुरी तरह पवित्र हो जाता है ऐसा माना जाता है।
वैष्णो देवी माता का मंदिर समुद्र तल से 6200 18 सीट ऊंचाई पर स्थित है और यह मंदिर जिसकी कटरा से लंबाई 13 किलोमीटर हैं।
ऐसा बताया जाता है कि कोई गर्भवती महिला यदि इस गुफा से होकर गुजरती है, तो उसकी गर्भ में पल रहे बच्चे के जीवन पर अच्छा प्रभाव पड़ता है और उसका जीवन सुख और वैभव से भरा होता है।
वैष्णो देवी मंदिर यात्रा के दौरान रुकने की जगह
भारत के कोने कोने से वैष्णो देवी मंदिर में श्रद्धालु प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में पहुंचते हैं। यहां पर रुकने के लिए बहुत सारे इंतजाम किए हुए हैं। वैष्णो देवी मंदिर पर धर्मशाला और हॉस्टल बने हुए हैं। जहां पर निशुल्क और हॉस्टल में बहुत कम पैसों के साथ रुकने की सुविधा मिलती है।
इसके अलावा यात्रा की शुरुआत कटरा से होती है। कटरा में आपको कई रेस्टोरेंट और होटल भी मिल जाएंगे, जहां आप उत्तम सुविधा के साथ रुक सकते हैं। वैष्णो देवी मंदिर में कई विश्राम ग्रह और हॉल बने हुए हैं। जहां पर यात्रियों को रुकने की बेहतर व्यवस्था दी जाती है।
ज्यादा भीड़ के समय जब वैष्णो देवी मंदिर में रुकने की जगह उपलब्ध नहीं होती है। तब कटरा में निशुल्क आवास सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है। जहां आप यात्रा काउंटर के माध्यम से आवास सुविधा प्रदान कर सकते हैं।
यहां पर बिस्तर और कंबल भी निशुल्क दिए जाते हैं। लेकिन आपको सिक्योरिटी डिपॉजिट के रूप में ₹100 प्रति कंबल देने होते हैं। जब आप कंबल वापस जमा करवाते हैं तो आपको ₹100 वापस दे दिए जाते हैं।
यदि कोई यात्री अपने किराए के आवास में रहना चाहता है। तो वहां हॉस्टल बने हुए हैं, जहां ₹60 प्रति बिस्तर के हिसाब से रुकने की उत्तम सुविधा मिलती है। इसके अलावा वैष्णो देवी मंदिर के पास कटरा बस स्टैंड पर रेस्टोरेंट और होटल बने हुए हैं, जहां आप रुक सकते हैं।
वैष्णो देवी मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय
जैसा की आप सभी को पता है। वैष्णो देवी मंदिर जो जम्मू कश्मीर में स्थित है और यहां साल के सभी दिन ठंड रहती है। लेकिन सर्दी के समय यहां का तापमान माइनस में होता है। और ठंड के समय जाना कई यात्रियों के लिए अनुचित साबित होता है।
वैष्णो देवी मंदिर यात्रा करने का सबसे उचित समय मार्च से लेकर जुलाई तक का रहता है। इस अवधि के दौरान वहां की ठंडक यात्री के लिए उचित होती है और इस समय यात्री बेहतर अनुभव के साथ अपनी यात्रा को पूरा कर सकता है।
वैष्णो देवी मंदिर कैसे पहुंचे?
जम्मू कश्मीर में स्थित वैष्णो देवी मंदिर जहां पहुंचने के लिए हवाई मार्ग, रेलवे मार्ग और सड़क मार्ग सुविधा मौजूद है, जिनके माध्यम से व्यक्ति वैष्णो देवी मंदिर तक पहुंच सकता है। तीनों मार्ग की जानकारी नीचे कुछ इस प्रकार से दी गई है
हवाई मार्ग: बाहर से आने वाले सभी श्रद्धालु हवाई मार्ग के जरिए वैष्णो देवी यात्रा को संपन्न कर सकते हैं। वैष्णो देवी से नजदीक जम्मू का रानी बाग एयरपोर्ट स्थित है, जहां से वैष्णो देवी बेस कैंप कटरा की दूरी 50 किलोमीटर है। बाहर से आने वाले सभी यात्रीगण हवाई मार्ग के माध्यम से रानी बाग एयरपोर्ट जम्मू तक पहुंच सकते हैं और वहां से बस या टैक्सी के माध्यम से 50 किलोमीटर की दूरी तय करके कटरा पहुंच सकते हैं। कटरा से यात्रा की शुरुआत कर सकते हैं।
रेल मार्ग: वैष्णो देवी मंदिर के नजदीक बहुत सारी रेलवे स्टेशन है और हाल ही में वैष्णो देवी मंदिर यात्रा की शुरुआत कटरा से होती है। कटरा को रेलवे स्टेशन बना दिया गया है। जम्मू रेल के माध्यम से बेस कैंप कटरा रेलवे स्टेशन पहुंचकर आप इस यात्रा को शुरू कर सकते हैं। दिल्ली और कई लोकप्रिय शहरों से कटरा की सीधी ट्रेन आती है।
सड़क मार्गः वैष्णो देवी मंदिर के लिए सड़क मार्ग देशभर के कोने-कोने से जुड़ा हुआ है। देश के किसी भी इलाके से सड़क मार्ग के जरिए यात्री कटरा तक पहुंच सकता है और कटरा से त्रिकुटा की पहाड़ियों की चढ़ाई करके इस यात्रा को संपन्न कर सकता है।
वैष्णो देवी का प्रसिद्ध स्थानीय भोजन
जम्मू कश्मीर में कश्मीरी भोजन काफी प्रसिद्ध है। वैष्णो देवी यात्रा के दौरान यहां के स्थानीय भोजन के रूप में नदुरु, कश्मीरी साग, रोगन जोश और कश्मीरी पुलाव जैसी स्पेशल डिस्ट देखने को मिलती है। यहां रोटी में खबीर बहुत प्रसिद्ध है, जिसे चाय और मक्खन के साथ खाया जाता है। वैष्णो देवी यात्रा के दौरान आपको दम आलू, यखनी करी, कश्मीरी बैंगन और कृष्ण की राजमा खाने का मौका भी मिलता है।
वैष्णो देवी में कैसे घूमे?
वैष्णो देवी मंदिर यात्रा की शुरुआत कटरा से होती है। यहां से अधिकतर यात्री पैदल यात्रा करते हैं। लेकिन आज के समय में यहां आपको घुड़सवारी पालकी यात्रा और हेलीकॉप्टर यात्रा का मौका मिलता है। यात्री अपनी इच्छा अनुसार किसी भी यात्रा का आनंद ले सकता है।
घुड़सवारी यात्रा का खर्चा ₹900 का आता है। यदि कोई हेलीकॉप्टर से यात्रा करना चाहता है तो 1730 रुपए में पहले टिकट बुक करके इस यात्रा का आनंद उठाना होगा। पालकी यात्रा का खर्चा ₹2500 आता है लेकिन पालकी यात्रा का मजा अलग ही है।
वैष्णो देवी घूमते वक्त अपने साथ क्या रखें?
वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा करते वक्त आपको साथ में खाने और पीने की कुछ आइटम रखने होंगे क्योंकि पैदल यात्रा और कटरा से इतनी ऊंचाई तक जाने में समय लगता है। ऐसे में इमरजेंसी के तौर पर आप खाने पीने के सामान साथ रख सकते हैं।
प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स आप को साथ रखना होगा और जैसे जैसे आप ऊपर चढ़ते हैं तो आपको जी घबराना और उल्टी होना ऐसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इन सभी की सामान्य दवाइयां साथ रखें।
वैष्णो देवी मंदिर जाने का खर्चा
वैष्णो देवी मंदिर यात्रा करने का खर्चा कितना आएगा? यह सवाल हर व्यक्ति के मन में यात्रा शुरू करने से पहले पैदा होता है और व्यक्ति हर यात्रा से पहले खर्चे का अनुमान अवश्य लगाता है। उसी आधार पर अपने यात्रा के बारे में सोचता है।
यदि हम वैष्णो देवी मंदिर यात्रा का खर्चा कितना आएगा इसके बारे में बात करें, तो बहुत सारे टूरिस्ट पैकेज जो आपको 3000 से ₹4000 में वैष्णो देवी 2 दिन की यात्रा की सुविधा देते हैं। इसके अलावा कुछ पर्सनल खर्चे के तौर पर 4 से ₹5000 का खर्चा आ सकता है। ऐसे में कुल मिलाकर 7000 से ₹10000 में वैष्णो देवी मंदिर यात्रा प्रति व्यक्ति आराम से कर सकता है।
FAQ
वैष्णो देवी मंदिर घूमने का सही समय कब होता है?
वैष्णो देवी मंदिर में घूमने का सबसे सही समय मार्च से जुलाई का माना जाता है। इस अवधि के दौरान हर व्यक्ति इस यात्रा का आनंद ले सकता है।
वैष्णो देवी मंदिर यात्रा में कितना खर्चा आता है?
यदि आप टूर पैकेज के माध्यम से यात्रा करते हैं तो आपको कम पैसों के साथ यात्रा करने का मौका मिलेगा। यदि आप पर्सनल यात्रा करते हैं तो अनुमानित ₹10000 का खर्चा प्रति व्यक्ति आता है।
वैष्णो देवी मंदिर में माता के दर्शन करने में कितना समय लगता है?
पूरे भारतवर्ष में वैष्णो देवी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए सबसे प्रसिद्ध मंदिर हैं और यहां पर पढ़ाई पूरी करने के बाद भी 4 घंटे का समय हर यात्री को दर्शन करने में लगते हैं।
वैष्णो देवी मंदिर की धरातल से ऊंचाई कितनी है?
वैष्णो देवी मंदिर की समुद्र तल से ऊंचाई 6218 फीट है।
पैदल कटरा से वैष्णो देवी मंदिर पहुंचने में कितना समय लगता है?
पैदल यात्री जिनको कटरा से वैष्णो देवी मंदिर तक पैदल यात्रा करनी है। उनको 13 किलोमीटर की चढ़ाई से गुजरना होगा और इसके लिए 24 घंटे का समय लगता है।
निष्कर्ष
भारत के सिर्फ मतलब उत्तर भारत में स्थित वैष्णो देवी मंदिर जिसकी जान पहचान भारत में ही नहीं विदेशों में छाई हुई है। यहां प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु वैष्णो देवी मंदिर यात्रा करने के लिए पहुंचते हैं, जिसमें भारतीय और विदेशी पर्यटक भी शामिल है। वैष्णो देवी मंदिर जिसे तीर्थ स्थान के रूप में माना जाता है।
आज के आर्टिकल में हमने आपको वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन, खर्चा और जाने का समय की सम्पूर्ण जानकारी (Vaishno Devi Kaise Jaye) के बारे में जानकारी डिटेल में दी है। हमें उम्मीद है, कि हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। यदि किसी व्यक्ति को इस आर्टिकल से जुड़ा हुआ कोई सवाल है तो वह हमें कमेंट में बता सकता है।