हंपी कर्नाटक राज्य में तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित बहुत ही विशाल मंदिर है, जो अपनी नक्काशी के लिए जाना जाता है। यहां पर हर साल देश के ही नहीं बल्कि विदेशों के भी लोग घूमने के लिए आते हैं।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको हंपी के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं। यहां के ऐतिहासिक साइट के बारे में, रथ मंदिर के बारे में, हंपी क्या है? कहां पर स्थित है? यहां पर आप किस प्रकार पहुंच सकते हैं? यहां पर रुकने की जगह कौन सी हैं? कैसे घूम सकते हैं? कितना खर्चा आएगा? इत्यादि सभी के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।
हम्पी के बारे में रोचक तथ्य
हंपी विजयनगर के अंतिम महान हिंदू साम्राज्य के अंतिम राजधानी है। इसके अमीर प्रधानों के द्रविड़ मंदिर और महल जो 14वीं और 16वीं शताब्दी के बीच प्रशंसनीय थे, वह आज भी यहां पर मौजूद हैं। हंपी को 1565 में डेक्कन मुस्लिम महासंघ द्वारा विजय प्राप्त की और शहर को 6 महीने में ही लूट लिया था।
यहांआज भी चीनी मिट्टी और हस्तनिर्मित मिट्टी के बर्तनों का निर्माण होता है। यह यहां की प्रसिद्धि है। इसी के साथ इसके अलावा दो और तीन शताब्दी से वहां अशोक साम्राज्य की रॉक शिलालेख का वर्णन भी किया जाता है।
हंपी में विरुपाक्ष मंदिर और भी कई अन्य पुराने स्मारक स्थित हैं। 2014 के आंकड़ों के अनुसार यह पता चला था कि हम्पी सबसे ज्यादा खोजे जाने वाला ऐतिहासिक स्थान है।
कई पौराणिक कथाएं हंपी के साथ भी जुड़ी हुई है। यहां पर लोगों के अनुसार रामायण में पौराणिक किष्किंधा वानर राज्य हुआ करता था और यह वही जगह है, जहां पर से राम लक्ष्मण ने सीता की खोज की और लंका जाने के लिए पनाह ली थी। आज के पहाड़ों और कई स्थानों पर भी सुग्रीव बाली हनुमान और राम के रुकने की कहानियां बताई जाती हैं।
विकास की रफ्तार में हम्पीआज भी बहुत ज्यादा पिछड़ा हुआ है। यहां के निवासियों को आज भी बिल्कुल नहीं पता कि सदियों पहले यह जगह कैसी हुआ करती थी। यहां पर वृंदावन मंदिर तक पहुंचने के लिए नाव के जरिए नदी पार करनी पड़ती है, जिसे कन्नड़ भाषा में टप्पा कहा जाता है। वहां के लोगों का ऐसा मानना है कि वृंदावन मंदिर में जो पत्थर हैं उनमें जान बसती है इसीलिए लोगों को उन्हें छूने की इजाजत नहीं है।
हम्पी में लोकप्रिय पर्यटक स्थल ( Hampi Tourist Places in Hindi)
क्लिफ जंपिंग हंपी
जिन लोगों को डाइविंग करना बहुत ही ज्यादा पसंद है, उनके लिए यह जगह बहुत ही ज्यादा अच्छी साबित हो सकती है। यहां पर केवल आपको हानि पहुंचाने वाली चीज जैसे कि मगरमच्छ इत्यादि से संभलता रहने की आवश्यकता होती है। यह गतिविधि हंपी की प्रमुख गतिविधियों में से एक मानी जाती है।
श्री विरूपाक्ष मंदिर
यह मंदिर हंपी बस स्टैंड से 400 मीटर दूरी पर स्थित है। यह सबसे प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर पश्चिमी छोर में स्थित है। इस थल को धरोहर स्थल के रूप में माना जाता है। यह मंदिर भगवान शिव का अवतार कहा जाता है। इस मंदिर को पंपपति मंदिर भी कहा जाता है। यह मंदिर लगभग सातवीं शताब्दी ईस्वी से निर्मित है।
इस मंदिर को प्राचीन चीजों का इस्तेमाल करके खूबसूरती से सजाया गया है। यहां की नक्काशी देखने लायक होती है। यहां पर फरवरी में वार्षिक रथ त्यौहार और दिसंबर में विरुपाक्ष और पंपा के विवाह उत्सव में इस मंदिर को बहुत ही अच्छे तरीके से सजाया जाता है, और यह प्रमुख त्योहार माना जाता है।
कोरल राइड
यह स्थान देखने में बहुत ही सुंदर है। यहां पर आप एक कॉरल को पकड़कर सवारी कर सकते हैं। यह सवारी आपके लिए काफी मजेदार भी साबित हो सकती है। इस स्थान पर आपको बहुत ही ज्यादा मनोरंजन मिलेगा।
श्री कृष्ण मंदिर
यह मंदिर बस स्टैंड से 500 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर हंपी के प्रमुख मंदिरों में से एक माना जाता है। इस मंदिर को विश्व विरासत स्मारकों में सम्मिलित किया जाता है।
कहा जाता है, इस मंदिर का निर्माण 1513 ईसवी में कृष्णदेव राय के द्वारा किया गया था। यहां पर वास्तु कला को बहुत ही शानदार तरीके से दिखाया गया है।
ससिवेकलु गणेश
यह मंदिर गणेश जी का मंदिर है। यहां पर गणेश जी की विशालकाय प्रतिमा स्थापित है। यह प्रतिमा लगभग 8 फीट ऊंची है। इस मंदिर का निर्माण राजा नरसिम्हा द्वितीय ने किया था। यह मंदिर गणेश जी की प्राचीन कथा से जुड़ा हुआ मंदिर है।
ऐसा कहा जाता है कि एक बार भगवान श्री गणेश ने बहुत ही ज्यादा भोजन कर लिया था, जिसके चलते उनका पेट फटने वाला था, तो एक सर्प को उनके पेट से बांधा गया था, उनके पेट पर जो सर्प बांध गया था वह आज भी उस मंदिर में देखा जा सकता है।
महानवमी डिब्बा
यह बस स्टैंड से लगभग 3.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, इसे हाउस ऑफ विजय के नाम से भी जाना जाता है। इसी के साथ इसे दशहरा डब्बा भी कहा जाता है। इसका निर्माण 1513 ईसवी में किया गया था, जोकि कृष्णदेव राय के द्वारा किया गया था।
यहां पर भव्य मंच सीन जिसमें अतीत युद्ध का खेल, शाही जुलूस, इत्यादि देखने को मिलता है। यहां पर महानवमी त्यौहार पर मेला आयोजित किया जाता है, जिसे दशरा त्योहार भी कहा जाता है।
किंग्स बैलेंस हंपी
यह 15वीं शताब्दी के दौरान बना था। यह आज भी यहां का आकर्षण केंद्र बना हुआ है। इसका इस्तेमाल लगभग हर साल विशेष अवसर पर किया जाता है।
जब शाही गहनों से राजा को तोला जाता था, तब इस जगह का इस्तेमाल किया जाता था और उन गहनों को मंदिर के पुजारियों को दे दिया जाता था। यह मंदिर ग्रेनाइट से बना हुआ है, इनके खंभे की नक्काशी काफी सुंदर है।
हजारा राम मंदिर
यह हंपी बस स्टैंड से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर भगवान राम को समर्पित किया हुआ है। इसका निर्माण 15वीं शताब्दी में किया गया था। इसका निर्माण देवराय द्वितीय ने किया था। इस मंदिर को राजाओं का निजी मंदिर और विजय नगर के शाही परिवार का माना जाता था।
इस मंदिर में रामायण की पूरी कहानी बताई जाती है, जैसे कि राम जन्म, विवाह, जंगल में उनका निर्वासन, सीता का अपहरण, राम रावण के बीच की लड़ाई, सभी चीजों को एपिसोड के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।
रिवर साइड रुइन
यह पावन स्थल बैकुंठ धाम के अधिपति भगवान विष्णु और अन्य हिंदू धर्म के देवताओं को समर्पित किया गया है। इसी के साथ इस मंदिर में सपाट चट्टानी सतह पर नक्काशी धार शिवलिंग स्थापित है।
शिवलिंग का आंशिक रूप जलमग्न है। यहां पर 108 शिवलिंग और वर्गाकार में 1008 लिंगो की एक पंक्ति भी स्थापित की हुई है। यह जगह देखने में बहुत ही खूबसूरत नजर आती है।
कमल महल
यह जगह हजारा राम मंदिर से लगभग 500 मीटर की दूरी पर स्थित है। अगर बस स्टैंड से इसकी दूरी देखी जाए तो लगभग 3.5 किलोमीटर की है। इसे चित्र गनी महल भी कहा जाता है। यहां पर कमल के फूल का पूरा आकार दिया गया है, जो प्रवेश द्वार है वहां पर कमल के पंखुड़ियों के समान संरचना की हुई है।
यहां की नक्काशी दार देखने में काफी सुंदर प्रतीत होती है। इस महल की खासियत यह है, कि यहां पर उपरी मंजिलों में पानी के चैनल स्थित हैं, जो महल को हम्पी के गर्म दिनों में गर्मियों से ठंडा बनाए रखने के लिए मेहराब के बीच में काम करते हैं।
अन्य पर्यटन स्थल
विट्ठल मंदिर
हंपी का बाजार
हाथी अस्तबल
रानी का स्नानागार
मतंग हिल
मोनोलिथ बुल
बड़ा शिवलिंग
जेना एंक्लोजर
बंदर मंदिर
लक्ष्मी नरसिम्हा मन्दिर
दारोजी भालू अभ्यारण
सिटी शॉपिंग
हेमकुत्ता पहाड़ी मंदिर परिसर
ओल्ड पैलेस
पुरातत्व संग्रहालय
यानागुंडी गांव
रॉक क्लाइंबिंग
हिप्पी द्वीप हंपी इत्यादि।
हम्पी में खाने के लिए क्या क्या फेमस है
जिस तरह से हम्पी घूमने के लिए फेमस है, उसी तरह से हम्पी खाने के लिए भी फेमस है। यहां पर अलग-अलग प्रकार के व्यंजन पाए जाते हैं। सबसे ज्यादा यहां पर दक्षिण भारतीय भोजन पाया जाता है।
यहां पर सबसे ज्यादा पीटा ब्रेड, रेस्तरां केक, हममस, पास्ता, के अलावा और भी खाने की चीजें मिल जाती है। यहां का भोजन बहुत ही ज्यादा स्वादिष्ट होता है, जिसको खाकर आपका मुंह का टेस्ट बहुत ही अच्छा हो जाता है।
हम्पी में रुकने की जगह
वैसे तो हम्पी में रुकने के लिए बहुत सारी जगह फेमस है। यहां पर बहुत सारे होटल है, जो कम दरों पर मिल जाते हैं, परंतु ऐसे में अगर आप बादामी फेमस जगह पर रुकते हैं, तो यह रुकने के लिए बहुत ही शानदार जगह है, परंतु बहुत ही कम लोग यहां पर रुकने का प्लान बनाते हैं।
अक्सर लोग दिनभर में शहर घूम कर वापस चले जाते हैं। बादामी में बहुत सारे होटल मौजूद हैं, जैसे कि मौर्य चालू के क्लार्कस, इन बदामी और कृष्णा हेरिटेज होटल, इत्यादि इन होटलों में सभी प्रकार की सुविधाएं मौजूद हैं।
हम्पी घूमने का सबसे अच्छा समय
अगर आप हम्पी घूमना चाहते हैं, तो इसके लिए सर्दियों का मौसम मतलब कि अक्टूबर से फरवरी तक का समय बहुत ही अच्छा समय होता है। हालांकि हम्पी में पूरे साल भर मध्यम और शुष्क मौसम ही पाया जाता है। यहां पर लगभग दोपहर को छोड़कर मौसम ठंडा पाया जाता है, जो विश्व धरोहर स्थल की हम्पी जाने के लिए एकदम सही समय माना जाता है।
वैसे ग्रीष्म काल में यहां पर उच्च तापमान होता है, इसीलिए मार्च से जून तक का समय यहां पर जाने के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होता है। अगर आप मानसून में जाना चाहते हैं तो जा सकते हैं क्योंकि तापमान थोड़ा कम हो जाता है और आद्रता बनी रहती है, इसीलिए जुलाई से शुरू होने वाले मानसून के दौरान और सितंबर तक हम्पी जाने का विकल्प अच्छा साबित हो सकता है।
परंतु ऐसा कहा जाता है कि हम्पी में ज्यादातर भारी बारिश होती है, जिसकी वजह से दुर्घटनाएं भी होने की संभावना रहती है, इसीलिए ऐसे इलाकों से दूर रहने की सलाह दी जाती है। सबसे अच्छा समय सर्दियों का होता है जो नवंबर के महीने से शुरू होता है।
हम्पी कैसे पहुंचे?
अगर आप हम्पी घूमने जाने की सोच रहे हैं, तो इसके लिए आप सभी प्रकार के विकल्प चुन सकते हैं क्योंकि यहां पर लगभग सभी प्रकार के विकल्प जैसे कि हवाई मार्ग, रेल मार्ग, सड़क मार्ग उपलब्ध है। आप इस तरह से जा सकते हैं।
रेल मार्ग : हम्पी का जो रेलवे स्टेशन हॉस्पेट जंक्शन है, वह सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है। यह हम्पी से केवल 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह देश के प्रमुख शहरों से रेल मार्ग के जरिए जुड़ा हुआ है, जैसे कि बेंगलुरु, हैदराबाद और गोवा सभी प्रकार की ट्रेनें यहां पर नियमित तौर पर आती हैं। यहां से वाहन करके घूमने के लिए जा सकते हैं।
सड़क मार्ग : कर्नाटक में सभी शहरों के लिए बस सर्विस जुड़ी हुई है इसीलिए हम्पी में भी बस सर्विस आपको आराम से मिल जाएगी। कर्नाटक स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन कि बस के अलावा कई अन्य प्राइवेट और टूरिस्ट बसे भी हम्पी शहर के लिए चलती है।
हवाई मार्ग : कर्नाटक में हुबली एयरपोर्ट हंपी के सबसे नजदीकी एयरपोर्ट में से एक है। यहां से केवल 166 किलोमीटर हंपी है यहां पर से कैब और बस आराम से उपलब्ध हो जाती है।
हम्पी कैसे घूमे?
अगर आप हंपी शहर घूमना चाहते हैं, तो इसके लिए आप एयरपोर्ट रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड पर से कैब या बस ले सकते हैं, परंतु आपके लिए सुविधाजनक यही होगा कि आप वहां जाकर एक गाड़ी किराए पर कर ले और उसके जरिए आप आराम से सारी जगह घूम सकते हैं। अगर आप कम बजट में घूमना चाहते हैं तो आप बस का प्रयोग भी कर सकते हैं।
हम्पी घूमने का खर्चा
अगर आप हंपी शहर घूमना चाहते हैं तो इसका खर्चा आप पर निर्भर करता है, परंतु अगर निम्नतम खर्चे की बात की जाए तो 25 से ₹30000 तक का खर्चा होता ही है। इसके अलावा अगर आप अपने बजट को 45 से 50 हजार तक का करते हैं, तो इसके जरिए आप सुविधाजनक तरीके से पूरा शहर घूम सकते हैं और अन्य आसपास की जगह भी घूम सकते हैं।
अगर आप अधिक खर्चा करते हैं तो आप एक गाड़ी किराए पर ले सकते हैं, जिसके जरिए आप बहुत सारी जगह घूम सकते हैं। अगर आप बस के द्वारा घूमते हैं, तो सीमित जगह पर ही घूम सकते हैं।
हम्पी घूमते वक्त अपने साथ क्या रखें?
जब भी आप बाहर घूमने जाते हैं और आपके साथ छोटे बच्चे हैं, तो उनकी जरूरत की सभी प्रकार की चीजें आपको रखनी चाहिए। इसी के साथ आपको एक मेडिकल बॉक्स भी रखना चाहिए, जिसमें छोटी मोटी दवाइयां जैसे खासी, बुखार, जुखाम, चोट लगने की इत्यादि दवाइयां होनी चाहिए।
इसी के साथ छोटे बच्चों के लिए नमकीन बिस्किट इत्यादि अवश्य होने चाहिए। बाकी सामान आप अपनी आवश्यकतानुसार रख सकते हैं।
FAQ
हम्पी शहर में घूमने के लिए कौन सी जगह है?
हंपी शहर एक ऐसा शहर है, जो ऐतिहासिक शहरों में से एक माना जाता है। यहां पर घूमने के लिए बहुत सारी ऐतिहासिक जगह है। सबसे प्रसिद्ध विरुपाक्ष मंदिर है, इसी के साथ अन्य बहुत सारी जगह भी हैं।