सबसे अधिक लोग यहां पर सर्दी के मौसम में जाना पसंद करते हैं क्योंकि इस दौरान यहां का मौसम सुहावना होता हैं। शिरडी महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में हैं। शिरडी एक छोटा शहर हैं। इसके बाद भी यहां पर बाबा के भक्तों की लाइन लगी रहती हैं। साई बाबा केंद्र के अलावा और भी कई सारी जगह है, जहां आप घूम सकते हैं।
साई बाबा एक धार्मिक गुरु हैं, जिनको हिंदू और मुस्लिम समुदाय के दोनों लोग मानते हैं। साई बाबा ने सभी धर्मो को एक बताया हैं। इस लेख में हम आपको शिरडी में घूमने की कौन कौन सी जगह हैं? शिरडी कैसे जाए? शिरडी कैसे पहुंचे? शिरडी जाने का अच्छा समय क्या हैं? शिरडी में कहां पर रुके? इन सभी प्रश्नों के उत्तर आपको इस लेख में जानने को मिलेगे।
शिरडी के बारे में रोचक तथ्य
साई बाबा के दर्शन के लिए प्रतिदिन 50,000 से अधिक संख्या में दर्शन करने के लिए आते हैं।
साई बाबा को सभी धर्म के लोग मानते हैं।
शिरडी में साई बाबा ने 16 वर्ष की आयु में आसान लगाकर तपस्वी जीवन जीना शुरू कर दिया था।
शिरडी में साई बाबा 3 वर्ष के लिए अचानक गायब हो गए थे लेकिन इसके बाद वापस आ गए थे।
साई बाबा के जीवन के बारे में कोई नहीं जानता है इनका जन्म कब हुआ था। इसके बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं हैं।
शिरडी में लोकप्रिय पर्यटक स्थल | Shirdi Tourist Places in Hindi
शिरडी का खंडोबा मंदिर
शिरडी का खंडोबा मंदिर भी फेमस मंदिर में से एक हैं। यह मंदिर शिरडी की मुख्य सड़क के पास में ही हैं। खंडोबा मंदिर यहां के लोकदेवता के रूप में पूजे जाते हैं।
यहां के लोगों का कहना है की साई बाबा किसी की शादी में शामिल होने के लिए आए थे, तो यहां पर मौजूद बरगद के पेड़ के पास ही बैठे थे। खंडोबा जी यह मंदिर सबसे प्रमुख मंदिर में से एक हैं। इसके अलावा खंडोबा जी की 12 और भी मंदिर बने हुए हैं।
शिरडी का गुरुस्थान
यह जगह शिरडी की खास जगह में से एक हैं। साई को मानने वाले भक्तों के लिए यह पवित्र जगह हैं। गुरुस्थान वह जगह हैं, जहां पर साई बाबा पहली बार 16 वर्ष की आयु में लड़के के वेश में यहां प्रकट हुए थे। गुरुस्थान कोपरगांव में स्थित हैं। इस जगह पर साई बाबा की मूर्ति बनी हुई हैं।
इसके अलावा एक नदी बैल को भी साथ में रखा गया हैं। यह जगह नीम के नीचे बनी हुई हैं। लोगों का मानना है की जो भी भक्त यहां पर अगरबत्ती को जलाएगा, उसकी सभी बीमारियां खत्म हो जाएगी। इस जगह को गुरुस्थान के नाम से जाना जाता हैं।
शिरडी का समाधि मंदिर
इस मंदिर के अंदर साई बाबा की समाधि बनी हुई हैं। इस मंदिर को बनाने में सफेद संगमरमर का इस्तेमाल किया गया हैं। यह बहुत ही आकर्षक मंदिर हैं।
मंदिर को बनाने के लिए दो बड़े बड़े खम्बो के माध्यम से बनाया गया हैं। इस मंदिर का निर्माण नागपुर के धनी व्यक्ति ने करवाया था। मंदिर को बहुत ही आकर्षक ढंग से सजाया गया हैं।
शिरडी का द्वारकामाई
द्वारकामाई को भक्त शिरडी का दिल भी कहते हैं। इस जगह पर साई बाबा ने अपना अंतिम समय यही पर बिताया था। बाबा के भक्त के लिए द्वारिकामायी खजाने के समान हैं। देश के कोने कोने से भक्त बाबा के दर्शन करने के लिए आते हैं।
इनको चाहने वाले सभी धर्मो के लोग हैं। इसके अलावा बाबा ने कई सारे उपदेश दिए थे। जो लोग बाबा के भक्त है, वह उनके उपदेश को भी मानते हैं।
द्वारिका माई में सबसे पहले एक मस्जिद थी। बाबा के जन्म से पहले यह मस्जिद खंडहर के रूप में थी। बाबा के जन्म के बाद इस मस्जिद की पूरी कायापलट गई। यह एक ऐसी जगह है, जहा पर मस्जिद के अंदर मंदिर बना हुआ हैं।
शनि शिंगणापुर
शनि शिंगणापुर शनि भगवान का प्रसिद्ध मंदिर हैं। मंदिर के अंदर भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित हैं। मंदिर के अंदर ही एक बड़ी सी काला पत्थर स्थापित हैं। लोगों का मानना है की इस पत्थर में शनि जी निवास करते हैं। मंदिर में कोई भी अलग शिल्प कला का प्रयोग नहीं किया गया हैं।
लेकिन शनिदेव में आस्था के कारण यहां पर भक्तो की भारी भीड़ होती हैं। मंदिर में शनि जयंती के दिन यहां पर भक्त दूर-दूर से दर्शन करने के लिए आते हैं।
शिरडी के चावड़ी
यह शिरडी का प्रमुख तीर्थ स्थल हैं। शिरडी चावड़ी की वह जगह हैं, जहा पर साई बाबा ने अंतिम वर्ष में कुछ रातों के लिए यहां पर विश्राम किया था। इस जगह पर जाने के लिए आपको पहले द्वारकामाई मस्जिद जानी होगी।
इस जगह से बाबा के भक्त पालकी निकलते हैं। इसलिए चावड़ी को प्रमुख जगह में से एक माना जाता हैं।
शिरडी का पालकी जुलूस
जैसा की आपको पता है की साई बाबा अपने अंतिम वर्ष में चावड़ी में निवास करते थे। भक्त बाबा की पालकी भी यही से निकाला करते थे।
साई बाबा को मानने वाले भक्त आज भी बाबा की पालकी को निकालते हैं। यह पालकी गुरुवार के दिन निकाली जाती हैं।
शिरडी का प्रमुख साई मंदिर
साई बाबा का यह मंदिर देश के अलावा विदेश के लोग भी दर्शन करने के लिए आते हैं। यह मंदिर साई बाबा के प्रमुख मंदिर में से एक हैं। लोगों के अनुसार बताया जाता है की बाबा के पास बहुत सारी शक्तियां थी। इन शक्तियों का उपयोग वो अपने भक्तो की पीड़ा को हरने के लिए करते थे।
बाबा के भक्त इस जगह को पवित्र जगह में से मानते हैं। भक्त बाबा को भगवान के रूप में पूजते हैं। यह मंदिर करीब 200 वर्ग किमी से भी अधिक के क्षेत्र में फैला हुआ हैं। यह जगह गांव के बीचों बीच में स्थित हैं।
साई बाबा के मंदिर में प्रत्येक दिन एक अनुमान के आधार पर 25,000 लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। वही यदि कोई त्योहार और अन्य किसी अवसर पर भक्तों की भीड़ की संख्या काफी अधिक बढ़ जाती हैं।
शिरडी का वाटर पार्क
शिरडी में मंदिर के अलावा और भी कई जगह हैं। यहां पर धार्मिक जगह के अलावा यहां पर वाटर पार्क बना हुआ हैं। शिरडी आने वाले पर्यटक यहां पर आना नही भूलते हैं। यदि आप शिरडी घूमने के लिए आते है, तो आप शिरडी के वाटर पार्क जाना न भूले।
वाटर पार्क में सबसे अधिक भीड़ गर्मी के मौसम में होती हैं। इसके अलावा वाटर पार्क में आप और भी कई गतिविधियां कर सकते हैं। साथ ही वाटर पार्क में आप भोजन आदि की सुविधा का भी लाभ ले सकते हैं।
शिरडी का सिटी शॉपिंग
शिरडी को साई बाबा के नाम से जाना जाता हैं। शिरडी प्रमुख जगह में से एक हैं। साई बाबा के दर्शन के लिए प्रतिदिन कई सारे लोग आते हैं। यहां घूमने आने वाले लोग शॉपिंग करना नही भूलते हैं।
यदि आप साई बाबा के मंदिर की तरफ जायेगे, तो आपको कई सारी दुकानें देखने को मिल जायेगी। इसके अलावा आपको मिठाई की कई दुकानें भी देखने को मिल जाती हैं।
शिरडी में खाने के लिए प्रसिद्ध भोजन
शिरडी एक धार्मिक जगह हैं। इसलिए यहां पर अधिक होटल या रेस्टोरेंट नही हैं। यहां पर आपको नॉर्मल ही खाना मिलेगा। धार्मिक जगह होने के कारण यह सिर्फ शाकाहारी भोजन ही मिलेगा। शिरडी के रेस्टोरेंट में आपको दाल, छोला, राजमा, आलू सब्जी आदि कई प्रकार के भोजन खाने को मिलेगे।
यहां पर सोलर कुकर के द्वारा भोजन बनाया जाता है, जो की शिरडी के साई किचन में बनाया जाता हैं। इस किचेन में भक्तो के लिए भोजन तैयार किया जाता हैं। इसमें भक्त मात्र 10 रुपए में भर पेट खाना खा सकते हैं।
शिरडी में रुकने की जगह
शिरडी में रुकने के कई सारी जगह हैं। यदि आप शिरडी घूमने आते है तो आप यहां के होटल या फिर आप साई बाबा के भक्ति द्वारा बनाई गई विश्राम शाला में निवास कर सकते हैं। आप अपनी सुविधानुसार कही पर भी रुक सकते हैं।
शिरडी जाने के लिए सबसे अच्छा समय
यदि आप शिरडी घूमना चाहते हैं, तो आप सर्दियों के मौसम में जा सकते हैं। आप यहां पर दिसंबर महीने से लेकर मार्च महीने के बीच में जा सकते हैं। इस दौरान यहां का मौसम काफी सुहावना रहता हैं। इस दौरान यहां पर बहुत सारे पर्यटक आते हैं। शिरडी में दिसंबर महीने में यहां का टेंप्रेचर करीब 9 डिग्री से लेकर 30 डिग्री तक रहता हैं।
शिरडी कैसे जाएं?
शिरडी जाने के लिए आप ट्रेन, वायुयान और बस द्वारा यहां जा सकते हैं। शिरडी जाने के लिए आप निम्न तरीके का प्रयोग कर सकते हैं।
बस से शिरडी कैसे जाएं?
यदि बस द्वारा शिरडी की यात्रा करना चाहते हैं, तो आप महाराष्ट्र परिवहन की बसों का इस्तेमाल करके यहां पर जा सकते हैं। यह बस आपको पुणे, अहमदनगर आदि सभी जगह से मिल जायेगी। इसके अलावा आप प्राइवेट बस का इस्तेमाल करके भी जा सकते हैं।
वायुयान से शिरडी कैसे जाएं?
आप वायुयान के द्वारा भी शिरडी में दर्शन करने के लिए जा सकते हैं। यदि आप हवाई जहाज से जाना चाहते है तो आपको औरंगाबाद एयरपोर्ट पर उतरना होगा। इस एयरपोर्ट से शिरडी की दूरी करीब 130 किमी की हैं। इस जगह से आप टैक्सी या कैब आदि को बुक करके जा सकते हैं।
ट्रेन से शिरडी कैसे जाएं?
आप ट्रेन द्वारा भी शिरडी में जा सकते हैं। ट्रेन के द्वारा जाने के लिए आपको यहां के कोपरगांव रेलवे स्टेशन पर उतरना होगा। इस स्टेशन से शिरडी की दूरी करीब 16 किमी हैं। कोपरगांव रेलवे स्टेशन में कई सारी ट्रेनों का आवागमन रहता हैं।
FAQ
शिरडी कहा हैं?
शिरडी महाराष्ट्र राज्य में हैं।
शिरडी घूमने जाने में कितना खर्चा आएगा?
शिरडी में यदि आप घूमने के लिए जाना चाहते है तो आपके पास कम से कम 10,000 रुपए होने चाहिए।
शिरडी में घूमने के लिए कब जाए?
शिरडी में घूमने का सही समय सर्दी का मौसम हैं। आप यह दिसंबर महीने से लेकर मार्च के महीने तक जा सकते हैं।
शिरडी में घूमने की कौन कौन सी जगह हैं?
शिरडी में घूमने की कई सारी जगह हैं। यदि आप यहां घूमना चाहते हैं तो आप यह लेख पूरा पढ़े।
निष्कर्ष
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को शिरडी में घूमने की जगह ( Shirdi Me Ghumne ki Jagah) से संबंधित विस्तार पूर्वक से जानकारी प्रदान की हुई है और हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी गई आज की महत्वपूर्ण जानकारी आपके लिए काफी ज्यादा यूज़फुल और हेल्पफुल साबित हुई होगी। आपको शिरडी घूमने में और वहां तक पहुंचने में हमारा यह लेख पूरी सहायता करेगा।
अगर हमारे द्वारा दी गई आज आज कि यह महत्वपूर्ण जानकारी आपके लिए जरा सी भी हेल्पफुल रही हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले।
अगर आपके मन में हमारे आज के इस लेख से संबंधित कोई भी सवाल या फिर कोई भी सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हो और हमारे इस महत्वपूर्ण लेख को अंतिम तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आपका कीमती समय शुभ हो।