शिमला में घूमने की जगह, घूमने का सही समय और खर्चा

इस लेख में Shimla Me Ghumne ki Jagah, शिमला घूमने का खर्चा, शिमला घूमने का सही समय, शिमला कैसे पहुंचे आदि के बारे में विस्तार से जानेंगे।
उत्तर भारत का राज्य हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला गर्मियों के मौसम में घूमने के लिए पर्यटकों के लिए सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशन है।

यह 2200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां की टॉय ट्रेन और बर्फबारी आदि का आनंद उठाने के लिए पर्यटक साल भर यहां पर आते हैं।

शिमला के बारे में रोचक तथ्य
शिमला का नाम एक हिंदू देवी श्यामला के प्रतिष्ठान के बाद पड़ा है।
ब्रिटिश राज्य के दौरान भारत के वायसराय जॉन लॉरेंस ने शिमला को अपनी ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया था।
शिमला में जनरल पोस्ट ऑफिस करके उत्तरी भारत का सबसे पुराना डाकघर है, जिसे 1882 में स्थापित किया गया था।
1871 में शिमला पंजाब की राजधानी थी लेकिन उसके बाद हिमाचल प्रदेश का गठन होने के बाद हिमाचल प्रदेश के हिस्से में आई और फिर उसकी राजधानी बन गई।
बता दें कि शिमला मिर्च का संबंध भी शिमला से है। बहुत पहले ब्रिटिश शासकों द्वारा शिमला मिर्च को लाया गया था और उसे शिमला में अत्यधिक मात्रा में उगाने का फैसला किया गया था। तब से ही उस मिर्च को शिमला मिर्च के नाम से जाना जाता है।
शिमला में घूमने की जगह (Shimla Me Ghumne ki Jagah)
अर्की किला
अगर आप एक इतिहास प्रेमी है और शिमला घूमने जा रहे हैं तो अर्की कीला घूमने जरूर जाएं। जो शिमला में मौजूद ऐतिहासिक इमारत है, जिसका निर्माण 1660 ईस्वी में किया गया था।

इस इमारत का निर्माण राजपूत और मुगल दोनों वास्तुकला में किया गया है। इस इमारत की सबसे बड़ी खासियत उसके अंदर मौजूद पैंटिंग्स है, जो बहुत पुरानी है।

कुछ पेंटिग्स को तो 200 साल पुरानी होने की उम्मीद लगाई जाती है। इस किले की खूबसूरत वास्तुकला और पेंटिग्स देखकर आप आश्चर्यचकित हो जाएंगे।

कुल्लू
शिमला में 1230 मीटर की उचाई पर स्थित चारों ओर से देवदार की पहाड़ियों से घिरा हुआ एक राजसी पहाड़ियों के साथ एक खुली घाटी है, जो शिमला का बहुत ही लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
कुल्लू घाटी को देवताओं के घाटी भी कहा जाता है, जो विज नदी के किनारे बसा हुआ है। कुलंथपीठ कुल्लू का पुराना नाम है, जिसका अर्थ होता है रहने योग्य दुनिया का अंत।

कुल्लू में खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य को देखकर टुरिस्ट मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। इसके अतिरिक्त यहाँ पर रघुनाथ मंदिर और जगतनाथ देवी मंदिर के भी दर्शन कर सकते हैं।

यहाँ पर दशहरा का पर्व बहुत ही रंग बिरंगी तरीके से मनाया जाता है। गर्मियों के मौसम में कुल्लू देश भर के पर्यटकों के लिए सबसे मन पसंदीदा टूरिस्ट प्लेस है।

नालदेहरा
समुद्र तल से 2044 मीटर की उचाई पर स्थित देवदार के पेड़ से घिरा हुआ नालदेहरा एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। यह हिल स्टेशन सूर्योदय और सूर्यास्त साइट के लिए बहुत ही लोकप्रिय है।

इस समय यहाँ पर आपको बहुत ही सुंदर व्यू देखने को मिलते हैं, जिसे आप अपने कैमरे में कैप्चर कर सकते हैं। इस जगह की खूबसूरती को पूरी तरह से कवर करने के लिए आप यहाँ पर घोर सवारी का भी आनंद ले सकते हैं।

यह जगह शहर के भीड़भाड़ इलाकों से दूर बहुत ही शांत वातावरण से घित हुआ है। यहाँ पर इतनी शांति होती है कि आप हवाओं के बहने की भी आवाज सुन सकते हैं।

शिमला राज्य संग्रहालय
अगर आप इतिहास को जानने में रुचि रखते हैं तो आपको शिमला की यात्रा के दौरान शिमला राज्य संग्रहालय को जरूर विजिट करना चाहिए।

इस संग्रहालय का निर्माण 1974 में सांस्कृतिक समृद्धि को सुरक्षित रखने एवं अतीत को दर्ज करने के उद्देश्य से किया गया था। इस संग्रहालय का निर्माण औपनिवेशिक शैली में किया गया है।

संग्रहालय के अंदर पुस्तकालय भी है, जहां पर आपको कई तरह के पुस्तक मिल जाती है। संग्रहालय के अंदर कई मूर्तियां पेंटिंग्स, सिक्के और हस्तशिल्प का भी संग्रह है, जो यहां आने वाले पर्यटकों को इतिहास से संबंधित कई नई-नई चीजें जानने का मौका देती है।

मनाली
शिमला में कुछ ही दूरी पर कुल्लू जिले के उत्तरी भाग में व्यास नदी के घाटी में समुद्र तल से 2,050 की ऊँचाई पर स्थित मनाली एक बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है। यह शिमला का बहुत ही लोकप्रिय और आकर्षक पर्यटन स्थल है।

पौराणिक ग्रंथों के अनुसार मनाली हिंदू देवता और कानूनविद् मनु का निवास स्थान बताया जाता है। इसलिए उन्हीं के नाम पर इस शहर का नाम मनाली पड़ा है।
पहले इस शहर को मनु अल्लाया के नाम से जाना जाता था, जिसका अर्थ मनु का निवास होता है। पुराने समय मे यहां कांगड़ा घाटी से आए हुए खानाबदोश शिकारी और चरवाहों का मुख्य स्थान हुआ करता था।

मनाली तीन समीपवर्ती पहाड़ियों का एक संग्रह है। प्रत्येक में एक गाँव और एक पुराना मंदिर स्थित है। यहाँ पर मनु मंदिर, वशिष्ठ मंदिर और हडिम्बा मंदिर है। हडिंबा मंदिर को देवदार की लकड़ियों से बनाया गया है, जो विशाल आकार में है और लगभग पुराना है।

यहाँ आने वाले पर्यटकों को खूबसूरत मंदिर के दर्शन करने के अतिरिक्त पर्वतारोहण, ट्रैकिंग और स्कीइंग जैसे रोमांचक गतिविधियों का आनंद लेने का भी मौका मिलता है। यहाँ पर यूरोपीय कैफे भी है जहाँ पर आप यहाँ के प्रमुख स्थानीय भोजन का स्वाद ले सकते हैं।

क्राइस्ट चर्च शिमला
शिमला में द रिज पर स्थित क्राइस्ट चर्च उत्तरी भारत का दूसरा सबसे पुराना चर्च है, जिसका निर्माण अंग्रेजों के शासनकाल में किया गया था।

चर्च को डिजाइन कर्नल जेटी बोयलियो के द्वारा किया गया था। जिसके निर्माण में कुल 13 साल का समय लगा था। 1844 में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था और 1857 में यह बनकर खत्म हुआ था।


इस चर्च में ईसाई धर्म के विश्वास परोपकार, धैर्य, उम्मीद और विनम्रता का प्रतीक दर्शाते हुए पांच कीमती कांच से बनी खिड़कियां लगी हुई है। 1873 में चर्च के ऊपर पोर्च जोड़ा गया था। यह चर्च आज भी शिमला की शान बना हुआ है।

चर्च में ग्लास खिड़कियां, फ़्रेस्कोस और क्लॉक टॉवर जैसे कुछ आकर्षण है। इस चर्च की एक और विशेषता यह है कि जब इस चर्च को काफी किलोमीटर दूरी से देखा जाता है तो यह एक ताज की तरह दिखाई देता है।

शिमला आने वाले ट्यूरिस्ट इस चर्च को विजिट करना नहीं भूलते हैं। अगर आप यह चर्च विजिट करना चाहते हैं तो रविवार को आ सकते हैं। ये हर रविवार को खुला रहता है।

कुफरी शिमला
अगर आप शिमला में प्रकृति के बीच अकेले कुछ शांत पल बिताना चाहते हैं तो कुफरी शिमला आपकी मनपसंद जगह साबित हो सकती है।

प्रकृति प्रेमियों और एड्वेंचर के शौक रखने वाले पर्यटकों के लिए शिमला में यह सबसे आकर्षक जगह है, जो शिमला हिल स्टेशन से 17 किलोमीटर की दूरी पर 2510 मीटर की ऊँचाई पर और हिमालय की तलहटी में स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है।
कुफरी जाने पर आपको कई शानदार नजारे देखने को मिलेंगे। इसके लिए अपने साथ कैमरा ले जाना ना भूलें ताकि आप आप कुफरी के खूबसूरत दृश्य को कैमरे में कैप्चर कर सके।

माल रोड शिमला
माल रोड, शिमला के केंद्र में स्थित एक भीड़भाड़ वाला बाजार है, जो कई कैफे, रेस्तरां, पुस्तक की दुकान और कई आकर्षक चीजों को बेचने वाली दुकानों से भरा हुआ है। यहाँ पर मनोरंजन के लिए क्लब भी है।

मालरोड रिज के नीचे स्थित शिमला की एक खूबसूरत बाजार है, जहाँ पर आपको हर एक चीज़ आकर्षक लगेगी। वहाँ पर आप शिमला के यात्रा को याद के रूप में कई चीजें खरीद सकते हैं।

जाखू हिल शिमला
8000 फ़ीट ऊंची जाखू हिल शिमला हिल स्टेशन में सबसे ऊंची चोटी है, जो शिमला के मुख्य शहर से केवल दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

शिमला में यह पर्यटकों के बीच सबसे प्रसिद्ध और आकर्षक पर्यटन स्थल है। यहाँ पर आपको बर्फ़ से ढके हिमालय की खूबसूरत दृश्य देखने को मिलेंगे। इसके अतिरिक्त यहाँ पर पहाड़ की उचाई पर एक बहुत ही प्राचीन मंदिर है, जो हनुमान जी को समर्पित है।


उस मंदिर का नाम जाखू मंदिर है और उसी पर इस हिल स्टेशन का नाम भी पड़ा है। जाखू हिल स्टेशन की खूबसूरती शिमला आने वाले पर्यटकों को इधर खींच ले आती है।

कालका शिमला
अगर आप शिमला जाते हैं तो नारकंडा और कालका शिमला जाना बिल्कुल भी ना भूलें। यह शिमला से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जहाँ पर आप बर्फ़ से ढकी खूबसूरत नजारे को देखने का आनंद ले सकते हैं।

इसके अतिरिक्त यहाँ पर आप कई एड्वेंचर कर सकते हैं और कैंपिंग भी कर सकते हैं, जिसका किराया लगभग ₹1500 लगता है। इसके साथ ही कालका शिमला का रेलवे स्टेशन जहाँ पर आपको टॉय ट्रेन देखने को मिलेंगे, इस पर चढ़ना बिल्कुल भी न भूलें।

क्योंकि यह ट्रेन कालका से शिमला तक चलता है और समरहिल, सोलन जैसे कई पर्यटन स्थलों के साथ कई खास जगहों से गुजरता है। इसके अतिरिक्त यह ट्रेन कई आकर्षक दृश्यों के साथ सुरंग और पूलो के माध्यम से गुजरता है, जो आपको बहुत ही रोमांचकारी अनुभव कराता है।

कालका शिमला रेलवे स्टेशन यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के सूची में भी शामिल है, जिसका निर्माण ब्रिटिश काल में 1898 ईस्वी में किया गया था।

सोलन शिमला
शिमला में विभिन्न घूमने लायक जगहों में से एक सोलन शिमला है, जिसे मशरूम्स शहर और लाल सोने के शहर के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि इस शहर में मशरूम और टमाटर बड़ी मात्रा में उत्पादित दिए जाते हैं।

हालांकि इस शहर का आर्थिक विकास का श्रेय ब्रिटिश सरकार को ही जाते हैं। क्योंकि उन्होंने ही प्रारंभ में इस शहर का आर्थिक विकास किया, जिसके कारण आज यह शहर भारत भर में प्रसिद्ध है।
इस शहर का मौसम पूरे साल भर बहुत ही खुशनुमा रहता है, जिसके कारण यहाँ आने वाले पर्यटकों को यह जगह बहुत ही खूबसूरत और लुभावना लगता है।

द रिज शिमला (बर्फ वाली जगह)
शिमला के केंद्र में स्थती द रिज बर्फ़ से यक खूबसूरत जगह है। यह मॉल रोड के किनारे स्थित है। ब्रिटिश काल में गर्मियों के समय यह रुकने के लिए सबसे लोकप्रिय जगह हुआ करती थी।

आज भी यहाँ पर्यटकों और स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ी रहती है। खासकर के संध्या के समय बर्फ़ से ढके सफेद चादर में जब स्थानीय लोगों के घर एवं दुकानों में लाइट जलती है तो एक अलग ही दृश्य उत्पन्न होता है।

यहाँ सड़क के किनारे कई सारी दुकानें हैं, जहाँ पर विशेष कलाकृतियाँ बेची जाती हैं। इसके अतिरिक्त सड़क के किनारे अन्य कई कैफे, बार, बुटीक और रेस्त्रां भी है।

अगर आप शिमला जाते हैं तो इस जगह को जरूर विजिट करें। यकीन मानिए एक बार यहां जगह पर आने के बाद यहाँ से आपको जाने का मन नहीं करेगा।

समर हिल
समर हिल शिमला के बाहरी इलाके में स्थित एक उपनगर है। समुद्र तल से लगभग 2,123 मीटर की ऊंचाई पर स्थित समर हिल चारो तरफ से हरे बड़े पेड़-पौधों और पहाड़ियों से घिरा हुआ एक खूबसूरत घाटी है।

समर हिल पर बहुत सारी खूबसूरत देवदार और चीड़ के वृक्ष पाए जाते हैं। समर हिल को पॉटर हिल के भी नाम से जाना जाता है क्योंकि पुराने समय में यहाँ पर स्थान कुम्हार लोग आकर साथ मिलकर मटके बनाया करते थे।

समर हिल शिमला का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल रिज से पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। समरहिल की सड़कों पर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय भी स्थित है।

इसके अतिरिक्त यहाँ पर कई शानदार आवासीय भवन भी स्थित हैं, जिनमें से एक सूप्रख्यात चित्रकार अमृतसर गिल का भी आवास है। शिमला आने वाले सैलानी भारी संख्या में समरहिल के मनोरम दृश्य का आनंद लेने के लिए आते हैं।

चैल हिल स्टेशन शिमला
शिमला से 44 किलोमीटर और सोलन से 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चैल हिल स्टेशन सिमला का प्राकृतिक सौंदर्य से भरा खूबसूरत पर्यटन स्थल हैं।

यहाँ पर मौजूद चैल पैलेस अपनी अद्भुत वास्तुकला के लिए प्रख्यात है। यहाँ पर समुद्र तल से 2444 मीटर की ऊँचाई दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट मैदान स्थित है। इसके साथ ही एक पोलो का मैदान भी है।

चैल हिल में मौजूद कई सारे पैलेस को एंग्लो-नेपाली युद्ध में पूर्व सहायता के लिए ब्रिटिश काल में पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह के द्वारा स्थापित किया गया था।

दारा घाटी अभयारण्य शिमला
शिमला के ऊपरी भाग में स्थित तारा घाटी अभ्यारण शिमला के मुख्य शहर से 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह अभ्यारण 167 किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है।

पहले यह जगह रामपुर बुशहर शाही परिवारों के लिए एक शिकार की जगह हुआ करती थी। लेकिन 1962 में इसे एक अभ्यारण के रूप में अधिसूचित किया गया।

इस अभ्यारण में कई तरह के वन्यजीव मौजूद हैं, जिसमें मोनाल, कोकलास, कालिज और ट्रागोपन जैसे विभिन्न प्रजाति के तीतर प्रमुख है। इसके अतिरिक्त कस्तूरी मृग, थार और गोराल जैसे जानवर भी इस अभ्यारण में पाए जाते है

शिमला में लोकप्रिय स्थानीय भोजन
शिमला हिमाचल प्रदेश का एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल होने के कारण यहां पर स्वादिष्ठ व्यंजनों की कमी नहीं है। यहां पर स्थानीय भोजन से लेकर विभिन्न राज्य सहित कॉन्टिनेंटल फूड भी मिलते हैं।

यहां पर कई सारे रेस्टोरेंट है। साथ ही मॉल रोड के निचले बाजार में काफी अच्छी पंजाबी ढाबा और वैष्णो ढाबा है, जहां पर आप को स्वादिष्ट व्यंजनों के नामों की एक से बढ़कर एक श्रेणी मिल जाएगी।

इसके अलावा वहां के स्ट्रीट फूड की तो बात ही अलग है। शिमला में हिमाचल प्रदेश में प्रसिद्ध सभी स्थानीय भोजन मिलते हैं, जिसमें सिडू, धाम, तुडकिया भात, माद्रा, सिद्धू, भेय, छा गोश्त, बबरूखट्टा इत्यादि सभी शामिल है।

इसके अतिरिक्त वहां पर तिब्बती संस्कृति से प्रेरित कई व्यंजन जैसे कि मोमोज, तिंगमो, लुचिओपोटी, थुकपा, थेंटुक भी पेश किए जाते हैं।

शिमला कैसे पहुंचे?
यदि आप शिमला जाना चाहते है तो यहां पर आसानी से पहुँच सकते हैं। शिमला आप रेल मार्ग, सड़क मार्ग और हवाई मार्ग से पहुँच सकते हैं।

रेल मार्ग से शिमला कैसे पहुंचे?
यदि आप शिमला की यात्रा के लिए रेल मार्ग का चयन करना चाहते हैं तो बता दें कि देश के अन्य राज्यों के रेलवे स्टेशन से सीधे शिमला के लिए ट्रेन नहीं मिलेगी।

शिमला का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन कालका है, जो यहां से 92 किलोमीटर की दूरी पर है। आपको कालका के लिए टिकट दिल्ली, मुंबई या देश के अन्य कई शहरों से मिल जाएगी।

कालका पहुंचने के बाद आप शिमला के लिए कैब या फिर टॉय ट्रेन का चयन कर सकते हैं। हालांकि ट्रेन में आपको ज्यादा समय लग सकता है। लेकिन यदि आप एक नया अनुभव करना चाहते हैं तो आप टॉय ट्रेन से ही शिमला जाए।

टॉय ट्रेन की यात्रा के दौरान यह ट्रेन 103 सुरंगों से होकर गुजरती है। साथ ही आप को झरने, पेड़-पौधे और बस इत्यादि का नजारा भी देखने को मिलता है, जो आपकी यात्रा को काफी आनंददायक बना सकता है।

हवाई मार्ग से शिमला कैसे जाएं?
यदि आप शिमला जाने के लिए हवाई जहाज का चयन करना चाहते हैं तो बता दे कि शिमला में अन्य राज्य से हवाई जहाज नहीं आती।

हालांकि शिमला में हवाई अड्डा तो है लेकिन यहां ज्यादातर घरेलू उड़ानें ही होती है, जिसके कारण पर्यटक को यहां के नजदीकी शहरों के हवाई अड्डे की टिकट बुक करवानी पड़ती है।

यदि आप शिमला हवाई मार्ग के जरिए जाना चाहते हैं तो आप शिमला से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जुबरहट्टी एयरपोर्ट के लिए टिकट बुक कर सकते हैं, जो शिमला का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है। लेकिन यहां के लिए भी विमान अन्य राज्यों से सीधे मिलना मुश्किल हो सकता है।
इसके लिए सबसे पहले तो आपको चंडीगढ़ या दिल्ली की फ्लाइट पकड़नी पड़ेगी, जिसके बाद आपको जुबरहट्टी के लिए फ्लाइट बदलनी पड़ेगी और फिर जुब्बारहट्टी हवाई अड्डे से बस या किसी अन्य वाहन से शिमला पहुंच सकते हैं।

एक रोचक बात बता दें कि आप चाहे तो चंडीगढ़ से हेलीकॉप्टर के माध्यम से सीधे शिमला के बीचो-बीच लैंड कर सकते हैं। चंडीगढ़ में जून महीने में शिमला हेलीकॉप्टर सर्विस की शुरुआत होती है। इस सर्विस को लेकर आप चंडीगढ़ से मात्र 25 मिनट में शिमला पहुंच सकते हैं।

सड़क मार्ग से शिमला कैसे पहुंचे?
यदि आप सड़क मार्ग के जरिए शिमला पहुंचना चाहते हैं तो बता दें कि दिल्ली, चंडीगढ़, कुल्लू, अंबाला, कालका से शिमला के लिए सीधे बस है। चंडीगढ़ से नेशनल हाईवे 22 के जरिए शिमला पहुंचा जा सकता है।

यदि आप दिल्ली में या फिर दिल्ली के अन्य पड़ोसी राज्य में रहते हैं तो आप सबसे पहले दिल्ली आ सकते हैं और दिल्ली से सड़क मार्ग के जरिए आप शिमला पहुंच सकते है।

दिल्ली से शिमला 370 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां से शिमला के लिए आपको कई डीलक्स बस सर्विस या फिर साधारण बस सेवा भी मिल जाएगी।

यदि आप बस पर शिमला जाने का आनंद लेना चाहते हैं और आपका बजट ज्यादा है तो आप वोल्वो बस का चयन कर सकते हैं, जिसमें टीवी स्क्रीन और एंड कंडीशन की भी सुविधा आती है।

शिमला घूमने का सही समय (Best Time to Visit Shimla)
यूं तो शिमला में साल भर पर्यटकों का आना जाना रहता है। इसकी सुंदरता हर मौसम में बरकरार रहती है। लेकिन शिमला घूमने का सबसे उचित समय मार्च से जून जुलाई तक का होता है।

क्योंकि इस दौरान भारत के अन्य हिस्सों में काफी गर्मी होती है और गर्मी से बचने के लिए ज्यादातर टूरिस्ट इसी मौसम में शिमला आते हैं।

इस दौरान यहां पर शिमला में लगभग 20 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान होता है, जिससे वातावरण काफी ठंडक वाला और सुहावना होता है।

वैसे यदि आप शिमला में स्नो का आनंद लेना चाहते हैं तो नवंबर से फरवरी तक के महीने के दौरान जा सकते हैं। इस दौरान यहां पर काफी ज्यादा बर्फबारी होती है और पर्यटक बर्फ में कई सारे स्पोर्ट्स का आनंद उठाते हैं।

लेकिन इस दौरान यहां पर ठंडक भी काफी होती है, इसलिए मौसम में शिमला की यात्रा के दौरान अपने साथ गर्म कपड़े रखना बहुत आवश्यक है। साथ ही ऐसे जूते भी साथ में ले जाना जरूरी है, जिसे पहन के बर्फ पर आसानी से चला जा सके।

वैसे बता दें कि इन मौसम के दौरान यहां पर टूरिस्ट का बहुत ज्यादा आना जाना होता है, जिसके कारण इस दौरान यहां पर सभी चीजें काफी महंगी हो जाती है।

यदि आप कम बजट के साथ शिमला घूमने जाना चाहते हैं तो आप जुलाई से नवंबर के महीने के बीच में जा सकते हैं। इस दौरान यहां पर काफी कम टूरिस्ट आते हैं, जिसके कारण चीजें सस्ती हो जाती हैं।

शिमला यात्रा के लिए कितने दिन की योजना बनानी चाहिए?
शिमला में ज्यादा कुछ घूमने के लिए नहीं है। आप मात्र 2 दिन की छुट्टी में पूरी शिमला आराम से घूम सकते हैं। यहां पर जितने भी पर्यटक स्थल है, सभी लगभग 10 किलोमीटर के भीतर ही हैं। जिससे 2 दिन के अंदर सभी पर्यटक स्थलों को विजिट करना काफी आसान हो जाता है।

पहले दिन आप चाहें तो शिमला में जितने भी पर्यटक स्थल है, उन्हें विजिट कर सकते हैं। वहीं दूसरे दिन आप शिमला से 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बर्फीला पहाड़ कुफरी पर एडवेंचर गतिविधियों का आनंद उठा सकते हैं।

शिमला में कहाँ रुके?
शिमला में रुकने के लिए पर्यटकों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होती है। वहां के मॉल रोड और बस स्टैंड से कुछ ही दूर पर कई सारे होटलों की श्रृंखला मिल जाती है, जहां पर पर्यटक अपने बजट के अनुसार किसी भी होटल में रूम बुक करवा सकते हैं।

वहां पर पर्यटकों को न्यूनतम 800 से 1500 साल तक के चार्ज पर रूम मिल जाता है। हालांकि वहां पर सुविधा के अनुसार रूम की अधिकतम चार्ज 10000 तक भी लग जाता है।

यदि आप इससे भी कम बजट में शिमला में ठहरने का जगह चाहते हैं तो धर्मशाला का चयन कर सकता है। वहां पर कई सारे धर्मशाला मौजूद है, जहां पर प्रतिदिन 400 से 500 के खर्चे में आपको अच्छी खाने पीने की सुविधा भी मुहैया कराई जाती है।

शिमला में बेस्ट होटल
Solo home Shimla
The orange house
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Hotel divine hills Shimla
Hotel woodville palace Shimla
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The Oberoi video Shimla
Radisson jass Shimla
The jhako rest
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शिमला कैसे घूमे?
शिमला घूमने के लिए सबसे अच्छा है किराये का वाहन। जब आप शिमला पहुंचते हैं तो बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन या फिर मॉल रोड के पास कई सारे ऐसे एजेंट मिल जाते हैं, जो वाहनों को किराए पर पर्यटकों को देते हैं।

वहां पर लगभग न्यूनतम 1500 रुपए की प्रतिदिन चार्ज पर आपको फोर व्हीलर वाहन किराए पर मिल जाता है। वहीं न्यूनतम 500 चार्ज पर आपको टू व्हीलर वाहन मिल सकता है।

हालांकि यदि आप स्कूटी या सिंपल बाइक लेते हैं तो आपको कम चार्ज देने पड़ते हैं। अलग-अलग बाइक के अनुसार चार्ज भी अलग-अलग निर्धारित होता है। अपने बजट के अनुसार किसी एक का चयन कर सकते हैं।

बता दें कि आप जिस भी वाहन का चयन करते हैं, आपको उसके लिए ओरिजिनल डॉक्यूमेंट भी जमा करने पड़ेंगे। हालांकि वाहन को लौटा देने के बाद वह सारे डॉक्यूमेंट वापस कर दिए जाते हैं।

यदि आप बहुत कम बजट में पूरी शिमला घूमना चाहते हैं तो टूरिस्ट बस या शेयरिंग टैक्सी का चयन कर सकते हैं। इससे आप बहुत कम बजट में शिमला घूम सकते हैं।

शिमला घूमने का खर्चा (Shimla Ghumne ka Kharcha)
शिमला हिमाचल प्रदेश का एक छोटा सा पर्यटक स्थल है, जहां पर ज्यादा कुछ घूमने के लिए नहीं है। आप 2 दिन की यात्रा में शिमला की यात्रा को पूरा कर सकते हैं। ऐसे में 2 दिन के खर्चे का आंकलन कर सकते हैं।

वहां पर जिस भी होटल में ठहरेंगे 1 दिन का न्यूनतम चार्ज 800 से 1500 रुपए लग सकता है। ऐसे में 2 दिन का आप 3000 तक का खर्चा होटल में ठहरने का जोड़ सकते हैं।

वहीं 2 दिन का भोजन का कुल खर्चा लगभग ₹1000 से ₹1500 तक आप अनुमान लगा सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप शिमला घूमने के लिए यदि किसी वाहन को किराए पर लेते हैं तो लगभग ₹1000 तक का खर्चा आ सकता है।

हालांकि यह आपके वाहन के चयन पर निर्भर करता है। यदि आप फोर व्हीलर वाहन का चयन करते हैं तो ज्यादा किराया लगेगा।

इसके अतिरिक्त आप शिमला के बर्फीले पहाड़ पर कई सारे खेल का भी आनंद उठा सकते हैं, जिनका चार्ज अलग अलग होता है। ऐसे में यह आप पर निर्भर करता है कि आप कौन से स्पोर्ट्स का चयन करना पसंद करेंगे। इस तरह देखा जाए तो शिमला में 2 दिन की यात्रा का औसतन खर्च एक व्यक्ति का ₹5000 से ₹6000 हो सकता है।

शिमला में सबसे फेमस क्या है?
रिज ऑफ शिमला
क्राइस्ट चर्च
कुफरी
शिमला माल रोड
जाखू मंदिर
तत्तापानी
टॉय ट्रेन


शिमला के बेस्ट शॉपिंग प्लेस
शिमला में लोकल मार्केट, लक्कर बाजार, लोअर बाजार, द माल, हिमाचल एंपोरियम तथा तिब्बत मार्केट मशहूर है। यहां पर आप डिफरेंट टाइप के शॉल, स्वेटर, जैकेट, बूट्स यूनिक डिजाइन में ले सकते हैं।

शिमला घूमने जाने पर पैकिंग में क्या वस्त्र लेकर जाए?
अगर आप बच्चों के साथ शिमला घूमने जा रहे हैं और ट्रैवल बैग में क्या-क्या रखें आपको समझ में नहीं आ रहा है तो आइए जानते हैं आपको वहां क्या-क्या ले जाना जरूरी है:

लेदर जैकेट
स्वेटर
जुराबे
वार्म बॉडी
ग्लब्स
कान को कवर करने के लिए मफलर, वूलन कैप
शूज तथा लॉन्ग बूट
सनग्लासेस
अंब्रेला
सनस्क्रीन स्किन केयर प्रोडक्ट
फर्स्ट एड किट
सबसे महत्वपूर्ण चीज आपको अपने आधार कार्ड तथा अपने परिवार के आधार कार्ड साथ में अवश्य लेकर जाएं। अगर आप रोड से जा रहे हैं तो आपके पास लाइसेंस, गाड़ी के पेपर होना आवश्यक है।

आपके साथ अगर बच्चे या बुजुर्ग सफर पर हैं तो उनकी मेडिकल रिपोर्ट भी साथ में जरूर रखें।

FAQ
शिमला में बर्फबारी कब होती है?
शिमला में दिसंबर से मार्च के बीच में बर्फबारी होता है और इस समय का दृश्य काफी ज्यादा सुहावना होता है।

शिमला में सबसे अच्छी जगह कौन सी है?
यूं तो पूरा शिमला ही पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। लेकिन शिमला में 8000 फीट की ऊंचाई पर स्थित जाखू झील जो खूबसूरत अल्पाइन पेड़ों से सजा हुआ है। यह स्थान पर्यटकों के लिए सबसे ज्यादा पसंदीदा जगह है। यहां पर हनुमान की एक बहुत प्राचीन मंदिर भी है।

शिमला में कौन कौन सी भाषा बोली जाती है?
शिमला में कई सारी भाषा बोली जाती है, जिनमें हिंदी, खड़ी बोली, हरियाणवी, बघाटी, क्योंथली और बुशहरी शामिल है।

शिमला कौन से राज्य में है?
शिमला हिमाचल प्रदेश में स्थित है।

क्या शिमला उबेर एंड ओला कैब सर्विस उपलब्ध है?
शिमला में उबेर एंड ओला की सर्विस उपलब्ध है। लेकिन आपको इनकी बुकिंग करने के लिए 1 महीने पहले ही एडवांस जमा करना होगा।

निष्कर्ष
इस लेख में शिमला टूरिस्ट प्लेस (Shimla Ghumne ki Jagah) से जुड़ी सभी आवश्यक जानकारी बताई है। उम्मीद करते हैं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी, इसे आगे शेयर जरुर करें।
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